आव कभी हवेली पे
मिलने की तुम कोशिश करना
वादा कभी ना करना
वादा तो टूट जाता है
( मिलने बुलाती हो जंगल पहाड़ में
लगती हो तुम गोरी बड़ी होशियार रे ) .....2
करती हो प्यार तो ऐ सनम
( आव कभी हवेली पे ) .....2
आव ना अपनी सहेली से
सनम आव कभी हवेली पे
गोरिया मिलने तुम आना नहीं चलेगा बहाना
करूँगा मैं तेरा वेट रे ना करना तुम तो लेट रे
( तुम चली आना वादा निभाना
रास्ता देखेगा तेरा दिवाना ) .....2
करती हो प्यार तो ऐ सनम
( आव कभी हवेली पे ) .....2
आव ना अपनी सहेली से
सनम आव कभी हवेली पे
बड़ा जालिम है जमाना चाहे बस हमको मिटाना
कर दूंगा मैं सब सेट रे बस तुम बोलो सनम डेट रे
( तेरे संग जिना तेरे संग मरना
तुमसे बिछड़ के अब नहीं रहना ) .....2
करती हो प्यार तो ऐ सनम
( आव कभी हवेली पे ) .....2
आव ना अपनी सहेली से
सनम आव कभी हवेली पे
मिलने बुलाती हो जंगल पहाड़ में
लगती हो तुम गोरी बड़ी होशियार रे
करती हो प्यार तो ऐ सनम
( आव कभी हवेली पे ) .....2
आव ना अपनी सहेली से
सनम आव कभी हवेली पे
( आव कभी हवेली पे ) .....2
आव ना अपनी सहेली से
सनम आव कभी हवेली पे
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